-पूरा


पूरा होने पर
कितना अधूरा पीछे छूट जाता है ?
.
अधूरापन जब - जब आता है
जेब मे छुपा कर
मुट्ठीभर संभावना ले आता है ,
संभावना अधूरे को
पूरा करने की जिद्द में
लड़ लेती है
हज़ारो जंगे ,
बहा देती है

खून पसीना
और कर देती है
अधूरे को पूरा ,
पूरा होना
अपने साथ
जेब मे ले आता है
पूर्ण विराम,
पूर्ण होने पर
संभावना की मौत हो जाती है |
.
पूरा हो जाना
कितना मार्मिक है
अधूरा रहना
कितना समृद्ध

                     

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